गिलोय जूस पीने के अद्भुत लाभ – जानिए क्यों कहा जाता है इसे ‘अमृतबूटी’ 🌿
गिलोय को आयुर्वेद में अमृता कहा गया है यानी अमरता देने वाली जड़ी-बूटी।
सुबह-सुबह खाली पेट गिलोय का जूस पीने से शरीर को ऐसी ताकत और रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलती है कि बार-बार बीमारियाँ पास नहीं आतीं।
👉 लेकिन क्या आप जानते हैं, गिलोय जूस कब और कैसे पिएं ताकि इसका असर दोगुना हो जाए?
👉 क्या यह सच है कि गिलोय जूस से शुगर लेवल कंट्रोल और इम्युनिटी बूस्ट दोनों होते हैं?
आइए इस आर्टिकल में गिलोय जूस के फायदों, सही समय और सावधानियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
✨ गिलोय जूस पीने के टॉप हेल्थ बेनिफिट्स
✅ इम्युनिटी बूस्टर – गिलोय जूस में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर की प्राकृतिक रक्षा शक्ति को मजबूत करते हैं।
✅ डेंगू और मलेरिया में राहत – प्लेटलेट्स बढ़ाने में गिलोय बेहद असरदार मानी जाती है।
✅ ब्लड शुगर कंट्रोल – डायबिटीज रोगियों के लिए गिलोय जूस नेचुरल हेल्पर का काम करता है।
✅ पाचन तंत्र मजबूत – कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी दिक्कतों से छुटकारा दिलाता है।
✅ जोड़ों के दर्द से राहत – गिलोय के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया और जोड़ों के दर्द में मददगार।
✅ तनाव और थकान दूर – दिमाग को शांत कर मानसिक स्वास्थ्य को सपोर्ट करता है।
🕒 गिलोय जूस पीने का सही समय
👉 सुबह खाली पेट – शरीर जल्दी से पोषक तत्वों को अवशोषित करता है।
👉 शाम को हल्के खाने से पहले – थकान और कमजोरी दूर करने के लिए।
👉 डायबिटीज रोगियों के लिए – डॉक्टर की सलाह लेकर ही डोज तय करें।
🍵 गिलोय जूस पीने का सही तरीका
- 2-3 चम्मच गिलोय जूस
- आधा गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं
- चाहें तो नींबू की कुछ बूंदें डाल सकते हैं
- नियमित रूप से 2-3 हफ्ते पिएं
⚠️ सावधानियां (Precautions)
❌ अधिक मात्रा में सेवन से ब्लड शुगर बहुत कम हो सकता है।
❌ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
❌ किसी भी दवा के साथ लेने से पहले चिकित्सक से जरूर पूछें।
✅ Disclaimer
✔ यह जानकारी आयुर्वेदिक ग्रंथों और हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुभव पर आधारित है।
✔ किसी भी रोग की गंभीर स्थिति में डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
✔ यह लेख केवल एजुकेशनल पर्पस के लिए है।